आज का युग डिजिटल है, दस्तावेज़ों को प्रमाणित करने और अनुबंधों को मान्यता देने के लिए ई-हस्ताक्षर (E-Signature) का महत्व बढ़ता जा रहा है। ई-हस्ताक्षर और डिजिटल हस्ताक्षर (Digital Signature) दोनों का उपयोग डिजिटल दस्तावेज़ों के सत्यापन और कानूनी मान्यता के लिए किया जाता है, लेकिन दोनों में कई महत्वपूर्ण अंतर हैं। आइए विस्तार से समझें।
ई- हस्ताक्षर(E-Signature) क्या है?
आज का युग डिजिटल है, दस्तावेज़ों को प्रमाणित करने और अनुबंधों को मान्यता देने के लिए ई-हस्ताक्षर (E-Signature) का महत्व बढ़ता जा रहा है। ई-हस्ताक्षर और डिजिटल हस्ताक्षर (Digital Signature) दोनों का उपयोग डिजिटल दस्तावेज़ों के सत्यापन और कानूनी मान्यता के लिए किया जाता है, लेकिन दोनों में कई महत्वपूर्ण अंतर हैं। आइए विस्तार से समझें।
ई- हस्ताक्षर (E-Signature) कैसे बनता है?
ई-हस्ताक्षर विभिन्न तरीकों से बनाया
जा
सकता
है:
- हस्ताक्षर
का स्कैन किया हुआ संस्करण
- डिजिटल
डिवाइस (जैसे टैबलेट या स्मार्टफोन) का उपयोग करके हस्ताक्षर
- नाम टाइप करना या टिक बॉक्स को चेक करना
ई- हस्ताक्षर(E-Signature) के लाभ
1. समय और लागत की बचत
ई-हस्ताक्षर (E-Signature) का उपयोग करने
से
फिजिकल
दस्तावेज़ों की
प्रिंटिंग और
डिलीवरी की
आवश्यकता खत्म
हो
जाती
है।
इससे
समय
और
पैसे
की
बचत
होती
है।
2. उपयोग में आसान
इसे
किसी
भी
स्मार्टफोन, लैपटॉप,
या
टैबलेट
से
बनाया
और
उपयोग
किया
जा
सकता
है।
3. पर्यावरण अनुकूल
ई-हस्ताक्षर पेपरलेस प्रक्रिया को प्रोत्साहित करता
है,
जिससे
पर्यावरण पर
सकारात्मक प्रभाव
पड़ता
है।
4. सुरक्षित और विश्वसनीय
यदि
मान्यता प्राप्त प्लेटफॉर्म का
उपयोग
किया
जाए,
तो
ई-हस्ताक्षर सुरक्षित और हैकिंग-प्रूफ
होते
हैं।
5. कानूनी मान्यता
भारत
में,
ई-हस्ताक्षर को इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट, 2000 के
तहत
कानूनी
मान्यता दी
गई
है।
ई- हस्ताक्षर(E-Signature) के उपयोग
1. व्यापारिक समझौते
ई-हस्ताक्षर का उपयोग व्यापारिक अनुबंधों और
समझौतों में
तेजी
लाने
के
लिए
किया
जाता
है।
2. ऑनलाइन फॉर्म और आवेदन
सभी
प्रकार
के
ऑनलाइन
आवेदन
जैसे
बैंक
खाता
खोलने
या
लोन
आवेदन
में
ई-हस्ताक्षर का व्यापक उपयोग
होता
है।
3. शिक्षा और प्रवेश प्रक्रियाएं
स्कूल,
कॉलेज,
और
विश्वविद्यालयों में
दाखिले
के
लिए
दस्तावेज़ सत्यापन के
लिए
ई-हस्ताक्षर का उपयोग किया
जाता
है।
4. सरकारी सेवाएं
आधार
आधारित
ई-साइन सेवाएं भारत
में
कई
सरकारी
प्रक्रियाओं में
उपयोग
की
जाती
हैं।
5. ई-कॉमर्स
ऑनलाइन खरीदारी और सेवा अनुबंधों में भी ई-हस्ताक्षर का उपयोग बढ़ रहा है।
पैरामीटर |
डिजिटल हस्ताक्षर |
ई-हस्ताक्षर |
परिभाषा |
क्रिप्टोग्राफिक तकनीक आधारित हस्ताक्षर |
किसी भी डिजिटल माध्यम से हस्ताक्षर |
तकनीक |
पब्लिक की इंफ्रास्ट्रक्चर (PKI) आधारित |
सरल डिजिटल या मैनुअल तकनीक पर आधारित |
सुरक्षा स्तर |
अत्यधिक सुरक्षित और छेड़छाड़ प्रूफ |
सुरक्षा प्लेटफ़ॉर्म पर निर्भर करता है |
कानूनी मान्यता |
IT एक्ट, 2000 के तहत उच्च मान्यता |
कानूनी लेकिन सुरक्षा स्तर कम |
उपयोग |
सरकारी और वित्तीय दस्तावेज़ों में |
सामान्य व्यापारिक और व्यक्तिगत दस्तावेज़ों में |
आप डिजिटल हस्ताक्षर के बारे में पढ़े - डिजिटल हस्ताक्षर (Digital Signature) क्या है?
ई-हस्ताक्षर(E-Signature) का महत्व
डिजिटल
हस्ताक्षर का
उपयोग
उन
दस्तावेज़ों में
किया
जाता
है
जहां
अत्यधिक सुरक्षा और
प्रमाणिकता की
आवश्यकता होती
है।
उदाहरण:
- इनकम टैक्स रिटर्न
- कॉर्पोरेट अनुबंध
- बैंकिंग और वित्तीय लेन-देन
वहीं,
ई-हस्ताक्षर अधिकतर सामान्य सहमति
या
त्वरित
अनुमोदन के
लिए
उपयोगी
है।
भारत में ई-हस्ताक्षर का भविष्य
भारत
में
डिजिटल
क्रांति के
कारण
ई-हस्ताक्षर का उपयोग तेजी
से
बढ़
रहा
है। आधार आधारित ई-साइन जैसी सेवाएं इसे
और
भी
सुलभ
बना
रही
हैं।
डिजिटल
इंडिया
के
तहत,
ई-हस्ताक्षर का उपयोग सभी
सरकारी
और
निजी
क्षेत्रों में
बढ़ने
की
उम्मीद
है।
उम्मीद है कि यह ब्लॉग आपको ई- हस्ताक्षर(E-signature) की दुनिया को समझने में मदद करेगा। अगर आपके कोई सवाल हैं, तो हमें कॉन्टैक्ट पेज पर जरूर बताएं। Digitalhumlog के साथ जुड़े रहें और डिजिटल की दुनिया में खुद को अपडेट रखें!
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